Hardik Pandya
हार्दिक पांड्या टीम के ऑल राउंडर के स्थान पर टीम में शामिल हैं और वे कई बार T20 मुकाबलों की कप्तानी भी कर चुके हैं हाल ही में उन्होंने विश्व कप में अपनी बॉलिंग से बहुत अच्छा प्रदर्शन देकर सभी फैंस का दिल जीत लिया| Hardik Pandya अभी अपनी बॉलिंग का जादू सभी को दिखा रहे हैं और उन्होंने विश्व कप में अपने अच्छे प्रदर्शन के दम पर विश्व कप को भी भारत को जिताने में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई| उनके अच्छे प्रदर्शन की वजह से सभी लोग उनके आने वाले मुकाबले में कप्तान बनने के लिए उन्हें देख रहे थे पर ऐसा हुआ नहीं|
आपको बता दूं की Hardik Pandya के कप्तान बनने के बहुत कयास लगाए जा रहे थे पर वे कप्तान नहीं बने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नए हेड कोच बने गौतम गंभीर ने इस अपने को साकार नहीं होने दिया और इससे उनके फैंस के बीच में नाराजगी देखी जा सकती है जिस कारण से हार्दिक पांड्या भी इस फैसले से नाराज हैं और अभी टीम ने उन्हें अपनी फिटनेस और रेस्ट के लिए कहा है वहीं उनकी जगह पर सूर्यकुमार यादव को श्रीलंका के खिलाफ होने वाले T20 मुकाबले में कप्तान घोषित कर दिया गया है|
हालांकि हार्दिक एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और टीम के कप्तान पद के लिए भी दावेदार हैं क्योंकि उन्होंने कई बड़े मुकाबले खेलें हैं और कई मुकाबले टीम इंडिया ने जीते भी हैं जिस वजह से उनका इस स्थान पर न होना टीम के लिए सही नहीं दिखता है| वे कप्तान के पद के लिए टीम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं वे इस IPL में मुंबई इंडियंस के टीम के कप्तान भी रह चुके हैं और कप्तानी कर चुके हैं जिस कारण से Hardik Pandya टीम के लिए बहुत ही खास खिलाड़ी हैं और और टीम उनके बिना अधूरी है|
हार्दिक पांड्या की परफॉर्मेंस पर किसी को भरोसा नहीं था जिस वजह से सभी को फिक्र हो रही थी पर उन्होंने अपने खेल पर पूरा ध्यान दिया और इस विश्व कप में अपनी अच्छी बॉलिंग और बैटिंग से कमाल कर दिया और सभी फैंस को अपने प्रदर्शन से चकित कर दिया जिसके बाद टीम का विश्वास भी जीत लिया और टीम में एक बेहतर खिलाड़ी की तरह प्रदर्शन किया| हालांकि वे अच्छे परफॉर्मेंस के लिए कॉन्फिडेंट नहीं थे और Hardik Pandya अपने को खुल कर एक्सप्रेस नहीं कर पा रहे थे पर उन्होंने इस विश्व कप में सभी को अपनी ताकत दिखा दी|
हार्दिक एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं और उन्होंने इस T20 विश्व कप में बॉलिंग के साथ बैटिंग में भारतीय क्रिकेट टीम का साथ दिया जिस कारण से वे इस बार टीम को अच्छी शुरुआत देने में सफल रहे और भारतीय टीम का साथ भी दिया| Hardik Pandya अभी तक कई मुकाबले खेल चुके हैं और कई मुकाबलों में भारतीय टीम को जितवा भी चुके है जिस कारण से टीम में उनकी जगह बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इससे न सिर्फ टीम को मजबूती मिलती है बल्कि कई मुकाबलों को जीतने में भी मदद मिलती है|
हालांकि वे बतौर कप्तान टीम में शामिल नहीं हुए हैं पर भारत बनाम श्रीलंका मुकाबले में वे एक बतौर खिलाड़ी टीम के हिस्सा बने हैं जिस वजह से टीम में उनका होना टीम को मजबूती प्रदान करता है और टीम को बेहतर बनाता है आपको बता दूं की यह सिर्फ Hardik Pandya के साथ नहीं हुआ है की उन्हें कप्तान नहीं बनाया गया है बल्कि ऐसे कई मौके आए हैं जब अनुभवी खिलाड़ी भी कप्तान नहीं बन सके हैं जिस वजह से यह कहना की यह केवल हार्दिक के साथ हुआ है यह गलत होगा|
Hardik Pandya image
हार्दिक के रहते हुए टीम ने एक अलग ही तरह का अनुभव किया जिस वजह से उन्होंने टीम को जीत भी दिलाई और विश्व कप जीतने में भी मदद की वे इस बार कई मैच खेलेंगे पर बतौर खिलाड़ी वे टीम में शामिल रहेंगे और टीम में अपनी जगह बनाए रखेंगे टीम के सिलेक्शन स्टॉफ ने भी अपने हिसाब से फैसला लिया और कोई भी बड़ी जिम्मेदारी नही दी जिससे की उन्हें रेस्ट मिल सके इस लिहाज से भी Hardik Pandya को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई जिससे की वह अभी आराम कर सके और अभी अपने फिटनेस पर फोकस कर पाए|
हालांकि हार्दिक ने इससे पहले कभी भी किसी विश्व कप में इतना अच्छा परफॉर्म नहीं किया है जिस कारण से हार्दिक का ये एक बहुत अच्छा विश्व कप मैच था| इस बार फाइनल के मैच में Hardik Pandya की एक महत्वपूर्ण पारी रही जिसमें की उन्होंने टीम को अपनी बॉलिंग के दम पर मैच को जिताया उनका वह ओवर कोई भी नहीं भूल सकता जब उन्होंने वह बॉल कराई जिसमें की सूर्यकुमार यादव ने बाउंड्री पर जाकर हेनरिक क्लासेन का विकेट लिया और सभी की सासें थम सी गईं जिस ओवर में हार्दिक ने अपनी बॉलिंग का जादू दिखाते हुए सभी को हैरान कर दिया और मैच को एक अलग मुकाम तक पहुंचा दिया|
इस मोमेंट के बाद में Hardik Pandya ने सभी का जीत लिया और विश्व कप के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा दिया और इसके साथ ही उन्हें एक नई पहचान भी मिली जिससे की वे भविष्य में याद रखे जायेंगे और सभी उन्हें इस दिन के लिए याद करेंगे जिस वजह से वे इतने बड़े बॉलर बने और टीम को मैच जीतने में मदद की और वे हमेशा के लिए ही याद रखे जायेंगे और टीम में ही रहकर उन्होंने टीम को इतने ऊपर तक उठा दिया और इस वर्ष भारतीय क्रिकेट टीम को एक बड़ी कामयाबी दिलाई|
उनके टीम के कप्तान नहीं होते हुए भी बहुत खुश होने चाहिए क्योंकि टीम का फैसला बहुत ही महत्वपूर्ण होता है और Hardik Pandya इस फैसले से बिल्कुल भी नाराज नहीं होगे और टीम का साथ देंगे|